कौशल शिक्षा
पीएम श्री योजना के तहत व्यावहारिक कौशल कार्यशाला
गतिविधि का नाम: भित्ति चित्र
प्रतिभागी: कक्षा सातवीं, आठवीं और नौवीं के छात्र
दैनिक घंटे: दो से तीन घंटे के दैनिक सत्र
प्रयुक्त सामग्री: साइफोर्स बॉक्स, फेविकोल, प्लाईवुड, रंग, नक्काशी उपकरण
उद्देश्य:
छात्रों को व्यावहारिक कौशल अनुभव प्रदान करना।
नवीनता और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना, विशेष रूप से 3डी कला में।
व्यावहारिक शिक्षण विधियों को बढ़ावा देना।
छात्रों पर प्रभाव:
कार्यशाला ने छात्रों को व्यावहारिक कौशल विकसित करने और भित्ति चित्र के माध्यम से उनकी रचनात्मकता का पता लगाने में सक्षम बनाया। उन्होंने अपनी कलात्मक क्षमताओं को बढ़ाते हुए विभिन्न सामग्रियों और उपकरणों के साथ काम करना सीखा। इसने भित्ति चित्रकला में व्यावहारिक कौशल को भी बढ़ाया। इसके अलावा, इसने प्रतिभागियों के बीच टीम वर्क और सहयोग को बढ़ावा दिया।
माता-पिता पर प्रभाव:
अभिभावकों ने कार्यशाला की सराहना की क्योंकि इससे उनके बच्चों को मूल्यवान व्यावहारिक कौशल और रचनात्मक रास्ते मिले। उन्होंने देखा कि उनके बच्चों के कलात्मक प्रयासों में आत्मविश्वास और उत्साह बढ़ा हुआ है
- डाटा एंट्री ऑपरेटर
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- फिजिकल ट्रेनर